Raat Ka Nasha Lyrics In Hindi
रात का नशा अभी
आँख से गया नहीं
तेरा नशीला बदन
बाहों ने छोड़ा नहीं
आँखें तो खोलि मगर
सपना वह तोडा नहीं
हाँ वही वह वही
साँसों पे रखा
हुआ तेरे होठों का
सपना अभी है वही
रात का नशा अभी
आँख से गया नहीं
तेरे बिना भी कभी
तुझसे माचल लेती हूँ
करवट बदलती हूँ तो
सपना बदल लेती हूँ
तेरा ख्याल आये तो
बलखाके पल जाता है
पानी के चादर तले
दम मेरा जल जाता है
हाँ वही वह वही
साँसों पे रखा
हुआ तेरे होठों का
सपना अभी है वही
रात का नशा अभी
आँख से गया नहीं
तेरे गले मिलने के
मौसम बड़े होते हैं
जन्मों का वादा कोई
यह ग़म बड़े छोटे हैं
लम्बी सी एक रात हो
लम्बा सा एक दिन मिले
बस इतना सा जीना हो
मिलान की घडी जब मिले
हाँ वही बस वोही
साँसों पे रखा
हुआ तेरे होठों का
सपना अभी है वही
रात का नशा अभी
आँख से गया नहीं.
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