Movie: कुछ कुछ होता है
Singers: अलका याग्निक
Song Lyricists: समीर
Music Composer: जतिन पंडित
तुझे याद न मेरी आई Lyrics - कुछ कुछ होता है
रब्बा मेरे इश्क़ किसी को
ऐसे न तडपाए
दिल की बात रहे इस दिल में
होंठों तक न आए
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
दिल रोया की आँख भर आयी
दिल रोया की आँख भर आयी
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
दिल रोया की आँख भर आयी
दिल रोया की आँख भर आयी
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे हर ख़ुशी दे दी
लबों की हँसी दे दी
ज़ुल्फ़ों की घटा लहरायी
पैगाम वफ़ा के लायी
तू ने अच्छी प्रीत निभायी
तू ने अच्छी प्रीत निभायी
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
ओ माहिया ओ माहिया
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
वो चाँद मेरे घर-आँगन
अब तो आएगा
अब तो आएगा अब तो आएगा
तेरे सुने इस आँचल को
वह भर जाएगा
तेरी कर दी गोद भराई
तेरी कर दी गोद भराई
किसी से अब क्या कहना
दिल रोया की आँख भर आयी
दिल रोया की आँख भर आयी
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
ओ माहिया
खता हो गयी मुझ से
कहा कुछ नहीं तुम से
इकरार जो तुम कर पाते
तो दूर कभी न जाते
कोई समझे न पीर पराई…
कोई समझे न पीर पराई…
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना…
दिल रोया की आँख भर आयी
दिल रोया की आँख भर आयी
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना
तुझे याद न मेरी आई
किसी से अब क्या कहना.
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