ख्वाब ख्वाब Khwaab Khwaab Song Lyrics In Hindi
ख़्वाब ख़्वाब टुकड़ों में
तोड़ना था तो छोड़ना था तो
दिल लगाया क्यूं था
ख़्वाब ख़्वाब टुकड़ों में
तोड़ना था तो छोड़ना था तो
दिल लगाया क्यूं था
तुझसे रूठा रूठा हूं
तुझसे ही ना जुड़ पाऊं
इतना टूटा टूटा हूं
जो तुमको छिने मुझसे
वो झूठ है दुनियादारी
दिल वालों को ना समझे
मैं राख करूँ ये सारी
जैसे देते हैं ताने
वैसे करती तारीफें
ये दुनिया हम से वो जल
बस देती हैं तकलीफें
तुझसे रूठा रूठा हूं
तुझसे ही ना जुड़ पाऊं
इतना टूटा टूटा हूं
नारज हुआ मैं खुद से
या आज खफा हूँ सबसे
इक बार मिला जो मुझको
पुछूंगा मैं रब से
क्या शौक चढ़ा था बोलो
क्यूं तुमने ये इश्क बनाया
ये बातें अगर सभी को
ना रास किसी के आया
ख़्वाब ख़्वाब टुकड़ों में
तोड़ना था तो छोड़ना था तो
दिल लगाया क्यूं था
आंख से छलकती हैं चाहतें तेरी
यूं मिटाना था तो बनाया क्यूं था
0 Comments