मुसाफिर Musafir Lyrics In Hindi

चाँद भी देखा
रात भी देखी
देखे सितारे भी

चाँद भी देखा
रात भी देखी
देखे सितारे भी

मौसम देखे देखी दुनिया
लोग ये सारे भी
दिल लगा ही ना कहीं पे
फिर गुजरा तेरी गली से

मैं वही मुसाफिर हूं
जो फिरता है आज भी
तू है बेखबर तुझपे
जो मरता है आज भी

मैं वही मुसाफिर हूं
जो फिरता है आज भी
तू है बेखबर तुझपे
जो मरता है आज भी

कितनी रातें बैठ के हमने
हाथ पकड़ के साथ निभायी
अब तो हमदम तेरी यादें
हां वो यादें तन्हाई

हम तुम्हारी दिल्लगी थे
खेलने की चीज ही थे
जैसा हो मेरा दिल तू
धड़कता है आज भी

तू है बेखबर तुझपे
जो मरता है आज भी

मैं वही मुसाफिर हूं
जो फिरता है आज भी
तू है बेखबर तुझपे
जो मरता है आज भी