ग़लत Ghalat Lyrics In Hindi- Himani Kapoor

 ग़लत Ghalat Lyrics In Hindi- Himani Kapoor

ये रात बड़ी ही ग़लत है
इसकी बातों में ना आना
ये चाँद बड़ा ही ग़लत है
इससे ना आँखें मिलाना
तुम नींद से रख लेना वास्ता
अकेले मुझे चलना रास्ता

जब हार के सुबह मैं सोऊंगा
तुम सपनों में मेरे आ जाना
जब हार के सुबह मैं सोऊंगा
तुम सपनों में मेरे आ जाना

जबसे हुए हैं तुमसे जुदा
रिश्ते नींदों से ठीक नहीं
जबसे हुए हैं तुमसे जुदा
रिश्ते नींदों से ठीक नहीं

आँख लगे तो तुम दीखते हो
आते मगर नज़दीक नहीं
अब कैसे करे ये दिल हौसला
कोई कैसे चले इतना फासला

जब हार के वापस चल दूंगा
तुम पीछे पीछे आ जाना
जब हार के वापस चल दूंगा
तुम पीछे पीछे आ जाना

तुझे ज़ेहन-ओ-दिल में
उतार रखा है मैंने
याद भी आ जाए
तो मुलाक़ात सी लगती है

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