हूतुतु हिंदी लिरिक्रस

 हूतुतु हिंदी लिरिक्रस

हूतुतु.. तुरुरू हूतुतु तुरुरू..
मन पहेली है साजना
बेस्वादी सी ज़िन्दगानी में
नमक बनके तू घुल जा
नया दिन चढ़ गया सूरज नया निकल गया
ज़मीन बदली नहीं
तो आसमान बदल गया हूतुतु.. तुरुरू हूतुतु तुरुरू..
मन पहेली है साजना
बेस्वादी सी ज़िन्दगानी में
नमक बनके तू घुल जा हाँ मुद्दतें हो गयी
हो गुनगुनाते जिसको
गीत ना सही कम से कम
बदलती तर्ज़ हो छीन ले जायें यह कितना
गिन के लौट आने भी दुगना
सुना है ऐसा करके
आता है मज़ा वक़्त को हूतुतु.. तुरुरू हूतुतु तुरुरू..
मन पहेली है साजना
बेस्वादी सी ज़िंदगानी में
नमक बनके तू घुल जा नया दिन चढ़ गया
सूरज नया निकल गया
ज़मीन बदली नही
तो आसमान बदल गया हूतुतु.. तुरुरू हूतुतु तुरुरू..
मन पहेली है सजना
बेस्वादी सी ज़िंदगानी में
नमक बनके तू घुल जा

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